भय की परिस्थिति विश्वास के लिए आवश्यक:महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद
रांची, रविवार, जून 23, 2024: रांची महाधर्मप्रांत के खलारी के ख्रीस्त राजा पल्ली में आज दृढ़करण और पहला परमप्रसाद संस्कार समारोह सम्पन्न हुआ। इस पवित्र समारोह की अगुवाई रांची के महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद ने की और पल्ली के कैथोलिक बच्चें बच्चियों को दृढ़करण और पहला परमप्रसाद संस्कार प्रदान किया और पवित्र मिस्सा बलिदान अर्पित कर पवित्र आत्मा के वरदान प्राप्ति के लिए विशेष प्रार्थना की।
आज महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद खालरी पल्ली पहुंचे जहां उन्होंने पल्ली के कैथोलिक विश्वासियों के लिए मिस्सा बलिदान अर्पित किया और इस अवसर पर कैथोलिक बच्चे बच्चियों को दृढ़करण और पहला परमप्रसाद संस्कार प्रदान किया। महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद को खलारी के विश्वासियों ने पल्ली प्रांगण तक मोटर साइकिल द्वारा स्कोर्टिंग किया और मुख्य द्वार के सामने से ढोल नगाड़े और मंदार के साथ आदिवासी संस्कृति का प्रदर्शन करते, नाचते गाते हुए उनका भव्य स्वागत किया । मिस्सा बलिदान के दौरान आर्चबिशप ने अपने प्रवचन में कहा कि: " भय की परिस्थिति हमारे जीवन में विश्वास उत्पन्न करता है। विश्वासियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे विश्वास को और अधिक मज़बूत करने की आवश्यकता है क्योंकि ईश्वर ही सृष्टिकर्ता हैं संपूर्ण विश्व उनके नियंत्रण में है।" मिस्सा बलिदान के अंत में महाधर्माध्यक्ष ने दृढ़करण और पहला परमप्रसाद संस्कार ग्रहण करने वाले बच्चें बच्चियों को अपनी पवित्रता बनाए रखने और कलीसिया के नियमों का पालन करने का सन्देश देते हुए उन्हें संस्कार ग्रहण करने पर शुभकामनाएं एवं बधाईयां दीं साथ ही उनके माता पिता को बच्चे बच्चियों के प्रति अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी पूर्वक पूर्ण करने का आह्वान भी किया। पुनः अपने संदेश में खलारी के विश्वासियों को एक मन हो कर, मिस्सा के दौरान पवित्रता का वातावरण बना कर बच्चों सहित नए ख्रीस्तियो के लिए नमूना पेश करने का आग्रह भी किया।
इस दृढ़करण और पहला परमप्रसाद संस्कार समारोह में रांची के महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद के आलावा, खलारी के पल्ली पुरोहित फाo हिलारियुस तिग्गा, सहायक पल्ली पुरोहित फाo ऑस्कर और फाo अर्थेयुस, लपरा के पल्ली पुरोहित फ़ाo ह्यूबरतुस बेक, कुडू के पल्ली पुरोहित फ़ाo जॉन टोप्पो, आर्चबिशप के सेक्रेटरी फाo असीम मिंज, विभिन्न धर्मसमाज की धर्मबहनें एवं हज़ारों की संख्या में ख्रीस्त विश्वासी शामिल हुए।