आज संत अन्ना जेनराॅलेट लोवाडीह, राँची में संत अन्ना की पुत्रियों के धर्मसंघ के 11 धर्मबहनो ने प्रथम व्रतधारण किया। इस समारोही ख्रीस्तयाग के मुख्य अनुष्ठाता राँची के महाधर्माध्यक्ष फेलिक्स टोप्पो, एस.जे.,थे। फा. मैकसिमुस टोप्पो, फा. सिलबिरियुस चिरमाको, फा. रणजीत रोशन मिंज, फा. फैबियन कुल्लू एवं अन्य पुरोहित गण धर्मबहनें, नवव्रतधारिणियों के माता पिता, रिश्तेदार, मित्रगण और लोकधर्मी उपस्थित थे। सिस्टर लिली ग्रेस तोपनो मदर जेनरल, डी.एस.ए., सिस्टर मंजूलता किण्डो प्रोविंशियल राँची, सिस्टर एमेल्डा सोरेंग प्रोविंशियल गुमला, सिस्टर रोजलीन मालिका एक्का प्रोविंशियल जलपाईगुड़ी, सिस्टर मेरी कुसुम तिर्की प्रोविंशियल एम.पी. के गरिमामयी उपस्थित में आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो ने अपने प्रवचन (संदेश) में कहा- आपलोग ईश्वर की दृष्टि में मूल्यवान हो और महत्व रखते हो क्योंकि ईश्वर आप सभो से प्यार करते है। इसलिए आपलोग निर्धनता, आज्ञाकारिता,शुध्दता का व्रतधारण कर स्वतंत्र और पूर्ण रूप से अपने आप को ईश्वर की दुल्हन स्वरूप मानव एवं ईश्वरीय सेवा में समर्पित करें, और माता मरियम के आर्दशो को अपने जीवन में आत्मसात करें। आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो, एस.जे. ने 11 नवव्रतधारिणियों को उनके भावी जीवन के लिए ढेर सारी बधाईयाँ और शुभकानाए दी।
प्रथम व्रतधारण करने वाले धर्मबहनों के नाम इस प्रकार हैं- सि.सालेना कुजूर, सि.बंसती चारगत, सि. सुनीता बेसरा, सि.मनीषा तिर्की, सि. रीना मिंज, सि. अनुपा तिर्की, सि. रानी प्रिया, सि. आनालिमा मिंज, सि. सुमानी बरवा, सि. अर्चना तिर्की, सि. अन्ना बरवा।